आरे फॉरेस्ट के 600 एकड़ को आरक्षित वन घोषित
(State to declare 600 acres of Aarey as reserve forest)
संदर्भ:
हाल ही में, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (SGNP) के निकटवर्ती ‘आरे’ (Aarey) की 600 एकड़ भूमि को आरक्षित वन के रूप में घोषित किया गया है। उन्होंने यह दावा किया है, कि यह विश्व में किसी भी महानगर की सीमाओं के अंदर इतना बड़ा जंगल विकसित होने का पहला उदाहरण है।
आरक्षित वन क्या होते है? यह संरक्षित वनों से किस प्रकार भिन्न होते है?
आरक्षित वन, वनों को दी जाने वाली एक निश्चित स्तर की सुरक्षा को व्यक्त करते है। इस शब्द का प्रयोग पहली बार ब्रिटिश भारत में भारतीय वन अधिनियम, 1927 के तहत किया गया था। इसमें आरक्षित वनों का उल्लेख ब्रिटिश भारत में ब्रिटिश ताज के तहत कुछ जंगलों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया गया था।
- भारत के राष्ट्रीय उद्यानों या वन्यजीव अभयारण्यों के विपरीत, आरक्षित वन संबंधित राज्य सरकारों द्वारा घोषित किए जाते हैं।
- वर्तमान में, आरक्षित वन और संरक्षित वन में एक महत्वपूर्ण अंतर होता हैं: आरक्षित वनों में विशेष आदेश के बगैर शिकार, चराई, आदि जैसी सभी गतिविधियां प्रतिबंधित होती हैं।
- संरक्षित क्षेत्रों में, जंगल के किनारे रहने वाले समुदायों को शिकार और चराई जैसी गतिविधियों के अधिकार दिए जाते हैं, जिससे वे वन्य उत्पादों अथवा वन संसाधनों से अपनी आजीविका चलाते हैं।
भारतीय वन अधिनियम 1927 में किसी क्षेत्र को आरक्षित वन, संरक्षित वन या ग्राम वन घोषित करने के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया को परिभाषित किया गया है।