(MCQ) राजस्थान-कला एवं संस्कृति: राजस्थान में मुश्किल से कोई महीना ऐसा जाता होगा, जिसमें धार्मिक उत्सव न हो। सबसे उल्लेखनीय व विशिष्ट उत्सव गणगौर है, जिसमें महादेव व पार्वती की मिट्टी की मूर्तियों की पूजा 18 दिन तक सभी जातियों की स्त्रियों के द्वारा की जाती है, और बाद में उन्हें जल में विसर्जित कर दिया जाता है। विसर्जन की शोभायात्रा में पुरोहित व अधिकारी भी शामिल होते हैं व बाजे-गाजे के साथ शोभायात्रा निकलती है। हिन्दू,सिख,जैन और बौद्ध एक-दूसरे के त्योहारों में शामिल होते हैं।
राजस्थान का विशिष्ट नृत्य घूमर है, जिसे उत्सवों के अवसर पर केवल महिलाओं द्वारा किया जाता है। घेर नृत्य (महिलाओं और पुरुषों द्वारा किया जाने वाला, पनिहारी (महिलाओं का लालित्यपूर्ण नृत्य), व कच्ची घोड़ी (जिसमें पुरुष नर्तक बनावटी घोड़ी पर बैठे होते हैं) भी लोकप्रिय है। सबसे प्रसिद्ध गीत ‘कुर्जा’ है, जिसमें एक स्त्री की कहानी है, जो अपने पति को कुर्जा पक्षी के माध्यम से संदेश भेजना चाहती है व उसकी इस सेवा के बदले उसे बेशक़ीमती पुरस्कार का वायदा करती है।
राजस्थान मेलों और उत्सवों की धरती है। यहाँ एक कहावत प्रसिद्ध हैं. सात वार नौ त्योहार. यहाँ के मेले और पर्व राज्य की संस्कृति के परिचायक हैं. यहाँ लगने वाले पशु मेले व्यक्ति और पशुओं के बीच की आपसी निर्भरता को दिखाते हैं. राज्य के बड़े मेलों में पुष्कर का कार्तिक मेला, परबतसर और नागौर के तेजाजी का मेला को गिना जाता हैं. यहाँ तीज का पर्व सबसे बड़ा माना गया है श्रावण माह के इसी पर्व के साथ त्योहारों की श्रंखला आरम्भ होती हैं जो गणगौर तक चलती हैं.
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राजस्थान-कला एवं संस्कृति
QUESTION BANK TOPICS:-
- राजस्थान के प्रतिक चिन्ह
- भारत सरकार के अनुसार राजस्थान की जनजातियों की सूची
- राजस्थान की कला संस्कृति से संबंधित शब्द
- राजस्थान के लोकगीत
- विश्नोई संप्रदाय एवं जांभोजी
- करणी माता देशनोक बीकानेर
- तनोट माता मन्दिर जैसलमेर
- देलवाड़ा/दिलवाड़ा का जैन मंदिर
- राजस्थान की छतरियां
- राजस्थान की चित्र शैलियां
- ख्वाजा गरीब नवाज-अजमेर दरगाह
- खाटूश्यामजी
- राजस्थान के लोक देवता
- राजस्थान लोक नृत्य
- राजस्थान का साहित्य
- राजस्थान की लोकदेवी
- रणथम्भौर दुर्ग :- सवाई माधोपुर
- सिवाणा दुर्ग-बाड़मेर
- हवा महल
- जयगढ़ दुर्ग
- सिटी पैलेस ,उदयपुर
- बीकानेर का किला{जूनागढ़ का किला}
- भानगढ़ फोर्ट
- कुम्भलगढ़ दुर्ग
- भरतपुर नगर
- चित्तौड़गढ़ का दुर्ग
- जालौर दुर्ग
- नाहरगढ़ दुर्ग
- राजस्थान के प्रमुख किले एवं उनके निर्माणकर्ता
- लोक गायन शैलियां
- राजस्थान के सन्त एवं सम्प्रदाय
- हस्तशिल्प जातिया एवं हस्तशिल्प उद्योग
- राजस्थान के दुर्ग
- राजस्थान पेंटिंग
- राजस्थान की चित्र कला शैली
- लोकदेवता & लोकदेवियाँ
- राजस्थान की संस्कृति
- राजस्थान में धर्म और सन्त संप्रदाय
- राजस्थान में रीति-रिवाज
- राजस्थान लोक-चित्रकला
- राजस्थान की स्थापत्य कला